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आज़ादी / पॉल एल्युआर / उज्ज्वल भट्टाचार्य

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स्कूल की कापी के पन्नों पर
मेज़ पर और पेड़ों पर
धरती पर फैली बर्फ़ पर
तुम्हारा नाम लिखता हूँ

पढ़े गए सारे पृष्ठों पर
सारे कोरे पृष्ठों पर
पत्थर, ख़ून, कागज़ या राख पर
तुम्हारा नाम लिखता हूँ

सोने की बनी तस्वीरों पर
योद्धाओं के हथियारों पर
सम्राट के मुकुट पर
तुम्हारा नाम लिखता हूँ

जंगल में और रेगिस्तान में
घोंसले में और झाड़ी में
अपने बचपन की गूँज में
तुम्हारा नाम लिखता हूँ

अपने नीले रूमालों पर
धूप से नहाती नम दलदल पर
झील पर ज़िन्दा चान्दनी पर
तुम्हारा नाम लिखता हूँ

मैदानों में, दिगन्त पर
पँछियों के डैनों पर
और साए की चक्की पर
तुम्हारा नाम लिखता हूँ

सुबह की हर सांस पर
समुद्र में, नावों पर
पहाड़ की चोटी पर
तुम्हारा नाम लिखता हूँ

बादल के झाग पर
तूफ़ान के झोंके पर
तेज़ बारिश और सूखे पर
तुम्हारा नाम लिखता हूँ

टिमटिमाते चित्रों पर
रंगों के खेल पर
कुदरती सच्चाई पर
तुम्हारा नाम लिखता हूँ

ऊँची उठती राहों पर
तय किए गए रास्तों पर
भीड़ भरे चौक पर
तुम्हारा नाम लिखता हूँ

जो जल रहा उस दीये पर
बुझे हुए दीये पर
फिर से जुड़ी सोच पर
तुम्हारा नाम लिखता हूँ

आधे कटे फलों पर
शीशे पर और मेरे कमरे में
मेरे बिस्तर, ख़ाली खोह में
तुम्हारा नाम लिखता हूँ

मेरे लालची और ख़ुशदिल कुत्ते पर
उसके चुभे कानों पर
उसके बेतरतीब पंजों पर
तुम्हारा नाम लिखता हूँ

किवाड़ की सिटकिनी पर
सारी परिचित चीज़ों पर
आग की लपटों पर
तुम्हारा नाम लिखता हूँ

समरस के शरीर पर
दोस्तों के चेहरों पर
हर बढ़ाए हाथ पर
तुम्हारा नाम लिखता हूँ

अजूबों की खिड़की पर
उम्मीद भरे होठों पर
ख़ामोशी से बड़ी ख़ामोशी पर
तुम्हारा नाम लिखता हूँ

मेरी छिपने की जगहों पर
डूब चुके लाइट हाउस पर
मेरी दीवारों मेरी ऊब पर
तुम्हारा नाम लिखता हूँ

कामना रहित अमूर्त पर
नंगे अकेलेपन में
मौत के कूच पर
तुम्हारा नाम लिखता हूँ

और एक लफ़्ज़ की तलाश में
अपनी ज़िन्दगी फिर से जी उठता हूँ
मेरा जन्म ही तुम्हें जानने की ख़ातिर
तुम्हें नाम देने की ख़ातिर

आज़ादी

अँग्रेज़ी से अनुवाद : उज्ज्वल भट्टाचार्य