Last modified on 5 जून 2020, at 21:48

पेपर वेट / संगीता कुजारा टाक

सशुल्क योगदानकर्ता ५ (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 21:48, 5 जून 2020 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=संगीता कुजारा टाक |अनुवादक= |संग्...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

शब्दों की सूरत में
भावनाएँ उड़ेली हुई है
कागजों पर

मुझे डर है
कहीं उड़ ना जाए
मेरे शब्द

सो
मैंने रख दिया है
उनके ऊपर पेपरवेट

जिसमें
बनी हुई है
रुपयों की आकृति!