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दिल हम कभी न तोड़ें / कमलेश द्विवेदी

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कोई नियम बनायें चाहें किसी नियम को छोड़ें।
पर नियमों के लिए किसी का दिल हम कभी न तोड़ें।
नियमों का उद्देश्य यही है-
जीवन सहज-सरल हो जाये।
कोई अगर समस्या आये
आसानी से हल हो जाये।
ऐसे नियम ताक़ पर रख दें जो "मुश्किल" से जोड़ें।
पर नियमों के लिए किसी का दिल हम कभी न तोड़ें।

नियम हमारे लिए बनें हैं
हम नियमों के लिए नहीं हैं।
नियम-विरुद्ध कभी हों फिर भी
हमको लगता हमीं सही हैं।
ऐसी स्थिति में नियमों को थोडा तोड़ें-मोड़ें।
पर नियमों के लिए किसी का दिल हम कभी न तोड़ें।

वैसे तो नियमों पर चलना
ही अच्छा माना जाता है।
पर नियमों पर चलना ही जब
दर्द किसी को पहुँचाता है।
तो लगता ऐसे नियमों की चादर हम क्यों ओढ़ें।
पर नियमों के लिए किसी का दिल हम कभी न तोड़ें।