भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
अलूरि / चंदन कुमार झा
Kavita Kosh से
सशुल्क योगदानकर्ता ५ (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 18:57, 4 जुलाई 2020 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=चंदन कुमार झा |अनुवादक= |संग्रह= }} {{K...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
ओ जे एक टा भूखल
अपन भूख मेटयबा हेतु
बेचि देलक किडनी
ओ जे एक टा पत्नी
पतिक प्राण बचयबाक लेल
बेचि रहलैए
अपनहि जनमलकेँ
ओ जे दुनू व्यक्ति
बच्चाक स्कूल-फीस जुमयबा खातिर
लगौने अछि
अपन शोणितक उठौना
साइत... ओकरा सभकेँ
इमान बेचय नहि अबैत छैक
ओ जे एक टा भूखल
अपन भूख मेटयबा हेतु
बेचि देलक किडनी
ओ जे एक टा पत्नी
पतिक प्राण बचयबाक लेल
बेचि रहलैए
अपनहि जनमलकेँ
ओ जे दुनू व्यक्ति
बच्चाक स्कूल-फीस जुमयबा खातिर
लगौने अछि
अपन शोणितक उठौना
साइत ओकरा सभकेँ
इमान बेचय नहि अबैत छैक