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सिर्फ़ यह दिन मेरा है / भारत भारद्वाज

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सिर्फ़ यह एक दिन
मेरे साथ
ट्रेन पर, बस पर, रिक्शे पर
पैदल यात्रा करता रहा मेरे साथ

साथ-साथ यात्रा करता
साथ आता मेरे यहाँ तक
यह एक दिन

जब मैं सुबह से शाम तक
अपने कमरे में बन्द
अपना मनपसन्द खाना खाता हूँ
अख़बार पढ़ता हूँ
पत्रिकाएँ उलटता हूँ
फिर सोचता हूँ निश्चिन्त होकर

यही एक दिन होता है
मेरे साथ
बारिश में तूफ़ान में
बर्फ़ीले मौसम में और सर्दियों में
सिर्फ़ यह एक दिन
यात्रा करता रहता है मेरे साथ ।