Last modified on 11 अगस्त 2020, at 22:36

युद्ध / सुरेश बरनवाल

सशुल्क योगदानकर्ता ५ (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 22:36, 11 अगस्त 2020 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सुरेश बरनवाल |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KK...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

मैं नहीं चाहता था युद्ध
पर जब उसकी बंदूक ने गोली उगली
मैंने भी अपनी बंदूक उठा ली
और तब से आज
युद्ध नहीं रूका।