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क्या कभी एकता आएगी / त्रिलोचन
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कहाँ हूँ
यहाँ हूँ
वहाँ हूँ
रात भी
बात भी
बीत ही
जाएगी
फिर कभी
आएगी
जहाँ हूँ
आदमी
आदमी
हैं सभी
क्या कभी
एकता
आएगी
क्या कभी
जहाँ हूँ