सपनो में कई मारिके सर करते हैं
हम दिन की हक़ीक़त से मगर डरते हैं
गर सामना हो जाये हक़ीक़त का कहीं
क्या क्या न गुमां पालते हैं, मरते हैं।
सपनो में कई मारिके सर करते हैं
हम दिन की हक़ीक़त से मगर डरते हैं
गर सामना हो जाये हक़ीक़त का कहीं
क्या क्या न गुमां पालते हैं, मरते हैं।