भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
सिक्योरिटी चेक / सपन सारन
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 14:57, 13 सितम्बर 2020 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= सपन सारन |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKCatKavita}}...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
पासपोर्ट दिखाइए ।
लैपटॉप खोलिए ।
सीधे खड़े रहिए ।
लैपटॉप रख दीजिए ।
झुकिए मत —
सीधे, सीधे खड़े रहिए, प्लीज …
जूते खोलिए ।
सीधे प्लीज …
हाथ दिखाइए ।
घूम जाइए ।
सामने देखिए ।
आँख मत झपकाइए ।
देखिए देखिए, प्लीज …
हाथ यहाँ रखिए ।
सीधा रखिए, प्लीज …
अपना पासपोर्ट और सामान ले लीजिए ।
शुक्रिया !
अमेरिका में आपका स्वागत है ।
— आप विस्फोटक नहीं हैं ।