भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
वियतनाम / विस्साव शिम्बोर्स्का
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 20:20, 15 अक्टूबर 2020 का अवतरण
स्त्री, क्या नाम है तुम्हारा ?
नहीं पता मुझे
कितनी उम्र है तुम्हारी ? कहाँ से हो ?
नहीं जानती
क्यों खोदी ये खन्दक ?
नहीं पता
कब तक छिपी रहोगी यूँ ?
नहीं जानती
मेरी उँगली क्यों काटी तुमने ?
मुझे नहीं पता
नहीं जानती तुम कि हमसे तुम्हें नहीं पहुँची कभी ठेस ?
मुझे नहीं पता
किसकी तरफ़ हो तुम ?
नहीं पता
युद्ध है ये किसी एक को तो तुम्हें चुनना होगा
मुझे नहीं पता
क्या तुम्हारा गाँव छूटा है ?
मुझे नहीं पता
क्या ये तुम्हारे बच्चे हैं ?
हाँ ।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : अपर्णा मनोज