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करुणा, जो पत्थर को / रामगोपाल 'रुद्र'
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करुणा, जो पत्थर को पानी कर दे,
आवारा आँखों में भी पलती है!
वन को उनसे मिलता है नवजीवन,
जिनकी चितवन में बिजली चलती है!