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राजपथ पर नाचते-गाते हैं लोग / रामकुमार कृषक

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राजपथ पर नाचते - गाते हैं लोग
और वह भी पुलिस - पहरे में !

इंडियाई गेट - कर्जन रोड
कैनेट प्लेस
रास्ते पर सोचिए तो
इन परेडों के
कहीं जनपथ नहीं है,
रक्तरंजित इस व्यवस्था में पसीना
पर व्यवस्थापक कोई
लथपथ नहीं है;

कुर्सियाँ ख़ुश हैं बहुत
उलझा है देश
देशभक्ति के ककहरे में !
 
दूरमारक टैंक - बेधी तोप
औ' राडार
बैरकों से बस्तियों तक
गश्त पर निकले
रिहर्सल कर रहे हैं,
झाँकियाँ तो हर तरफ़ ख़ुशहालियों की
झाँकिए तो लोग भूखों
मर रहे हैं;

राज्य गण का
खींचकर गण की ही खाल
तंत्र ख़ुद सजता सुनहरे में !