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वर्षगांठ / लुइस ग्लुक / श्रीविलास सिंह

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वाह, फिर आया है नवंबर पेरिस में।
टाइम्स ने रेकार्ड किया है अड़तीस
औसत तापमान। सिकुड़े मेडलिन के आसपास
शुतुरमुर्ग की भांति भविष्य में
घुसेड़ते अपनी नाक यत्नपूर्वक
बसी गुलाबों में। अथवा कुछ यूँ ही जो मुझे याद है।
अविश्वसनीय, इक्कीस थी
पिछले हफ्ते ही। मेरा स्नेह हो गया लचीला
सब कुछ के बाद: ओह स्टीफेन हम होते
अब तक विवाहित। मुझे मिल चुके होते मेरे
चीनी मिट्टी के पात्र, कुछ टूटे, और कुछ चादरें।
किन्तु सबसे पहले मैंने सोचा तुम्हारे बारे में
महीनों में बस आज रात्रि पहली बार जब अपना फॉर्क
उठाये मैं कह रही थी कितना प्रेम किया है मैंने न्यूयॉर्क को।