नया साल इक्कीस / रणवीर सिंह दहिया
किसा हो नया साल इक्कीस आदान प्रदान हो विचारां का॥
किसानी सघर्ष जीत कै नक्सा बदलै कमेरे किरदारां का॥
सर्व समावेशी शिक्षा हो स्कूल होवैं एक समान रै
हरेक जात का सम्मान हो भाईचारा हो बलवान रै
मरीज डॉक्टर का मेल हो इलाज़ पावै हर इंसान रै
फसल की क़ीमत ठीक मिलै फलैं फुलैं किसान रै
पर्दाफाश होज्या आज म्हारी लूट के ठेकेदारां का॥
किसानी सघर्ष जीत कै नक्सा बदलै कमेरे किरदारां का॥
मिलावट म्हारे समाज म्हैं नहीं टोही पावै यो चाहवां
नफरत का ज़हर समाज नै आज ना खावै यो चाहवां
बेरोजगारी कम होवै इसा माहौल आवै यो चाहवां
कोये माणस प्रदेश म्है ना भूखा रह ज्यावै यो चाहवां
होवै महिला महफूज़ ना जिकरा बचै बलात्कारां का॥
किसानी सघर्ष जीत कै नक्सा बदलै कमेरे किरदारां का॥
म्हारा यो सबका हिंदुस्तान, गूँज उठै यो नारा भाई
छुआछूत ख़त्म हो सुधरै यो वातावरण म्हारा भाई
सरकार करै ख़्याल बणकै गरीबां का साहरा भाई
अंधविश्वास और नशे तैं मिलै सबनै छुटकारा भाई
या जनता राह बाँधेगी, देश भर म्हैं इन बदकारां का॥
किसानी सघर्ष जीत कै नक्सा बदलै कमेरे किरदारां का॥
युवा नै रोजगार मिलै, कति नहीं फिरै आवारा रै
सुख का सांस लेवै सरतो, सुखी हो करतारा रै
विकास चालै सही राही पै, सही होवै बंटवारा रै
संविधान के अनुसार चलै, हिंदुस्तान देश म्हारा रै
रणबीर साल इक्कीस हो, मेहनतकश कतारां का॥
किसानी सघर्ष जीत कै नक्सा बदलै कमेरे किरदारां का॥