Last modified on 6 मई 2021, at 08:03

कता कता मन पराएँ / सुमन पोखरेल

Sirjanbindu (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 08:03, 6 मई 2021 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= सुमन पोखरेल |अनुवादक= |संग्रह=मला...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

कता कता मन पराएँ कहाँ मन पराएँ
तिमीलाई मैले जहाँ तहाँ मन पराएँ

धेरै पनि हैन एकै चोटी भेटेँ
मानौ तिमीभित्र आफैँलाई भेटेँ
बोलि मन पराएँ अधरमा मन पराएँ
तिमीलाई मैले जहाँ तहाँ मन पराएँ

कुनै चिज नौलो देखेँ मैले तिमीमा
किन मन पराएँ खै के देखेँ तिमीमा
मुस्कान मन पराएँ शरीरमा मन पराएँ
तिमीलाई मैले जहाँ तहाँ मन पराएँ