Last modified on 28 नवम्बर 2021, at 00:38

पुरनका खेल / सुधीर कुमार 'प्रोग्रामर'

सशुल्क योगदानकर्ता ५ (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 00:38, 28 नवम्बर 2021 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सुधीर कुमार 'प्रोग्रामर' |अनुवादक...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

कन्ना गुज-गुज, चर-घरबा
कनियां-मनियां, बर-मड़बा

अठ्ठा गोटी, तर-बन्ना
दाय-माय, चुन्नी-चुन्ना

गुल्ली-डंटा, ताली-बित्ती
दौड़ै में मारै छै लत्ती

औका-बौका, बीजू-बन
खेलै में लागै छै मन

 सेल कबड्डी, चुक्का पार
घाँस-पात के नथिया हार

एगो लड्डू एगो खाजा
बेटी रानी, बेटा राजा।

साँझें झगड़ा भोरे मेल
बढ़िया छै बचकानी खेल।