प्राण पण से युद्ध कर।
क्रांति मत अवरुद्ध कर।
अस्मिता का प्रश्न है,
आचरण न विरुद्ध कर।
भक्ति है गंगाजली,
शीघ्र अन्तस शुद्ध कर।
युग!न ये मुझ तक बढ़ा,
खींच अपने क्रुद्ध कर।
पुत्र हर राहुल बना
हर पिता को बुद्ध कर।
प्राण पण से युद्ध कर।
क्रांति मत अवरुद्ध कर।
अस्मिता का प्रश्न है,
आचरण न विरुद्ध कर।
भक्ति है गंगाजली,
शीघ्र अन्तस शुद्ध कर।
युग!न ये मुझ तक बढ़ा,
खींच अपने क्रुद्ध कर।
पुत्र हर राहुल बना
हर पिता को बुद्ध कर।