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भैँचालाको सवाई (पहिलो भाग) (३१-३३) / धनवीर भँडारी

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शिलाङको ठूलो टापु सुनाकुरुङ थीयो।
पहरा हल्यायेर सबै झारिदियो ॥
चुराडीमा चेरापुञ्जी खसीयाको वस्ती।
भताभुंग गरीदियो भूमिचल्दा अस्ति ॥३२॥