नन्हा बच्चा पहुँचा अपने पिता के पास
और पूछा उनसे —
पापा, अच्छा क्या है और बुरा क्या ?
ये कोई छुपाने की बात नहीं है
बच्चो सुनो !
पापा ने क्या जवाब दिया
इस किताब में गुनो ।
अगर हवा इतनी तेज़ चले
कि छत उड़ जाए
अगर बारिश के साथ ओले गिरें
और सिर फूट जाए
सब जानते हैं कि
मौसम ये बुरा है
इस मौसम में बाहर घर के
घूमना मना है ।
बारिश टप-टप टपकेगी
और बन्द हो जाएगी
फिर सूरज निकलेगा
और धूप खिल जाएगी
मौसम बहुत अच्छा होगा
छोटे-बड़े सबके लिए ।
बेटा अगर गन्दा होगा
रात से भी ज़्यादा
माँ को सब कोसेंगे ही
इससे क्या फ़ायदा
साफ़ बात है कि यह सब
अच्छा नहीं होगा
उस गन्दे बच्चे से बुरा कोई
बच्चा नहीं होगा ।
बच्चा दातुन से प्यार करे
और अच्छा लगे उसे साबुन
वो बच्चा साफ़-सुथरा होगा
और सफ़ाई है बड़ा गुण
अगर बच्चा लड़ाका है
और सबसे लड़-भिड़ जाता है
बिना किसी बात के ही
किसी कमज़ोर को पीटकर आता है
क्यों जोड़ूँगा किताब में अपनी
मैं उस बच्चे का नाम
ऐसे बुरे बच्चे का किताब में क्या काम ।
छोटे बच्चों पर जो चीख़े
कहे, मत छुओ मेरी कोई चीज़
ऐसा बच्चा क्यों अच्छा होगा
जिसको नहीं तमीज़
जो बच्चा अपनी गेंद फाड़े
और फाड़े किताब
वो बच्चा कैसे होगा अच्छा
आप ही बताएँ जनाब ?
जिस बच्चे को पसन्द है
करना ख़ुद अपना काम
जिसे पढ़ना-लिखना पसन्द है
और घूमना सुबह-शाम
उस बच्चे को सब बतलाएँ
बच्चा है बड़ा अच्छा
बुरा न कह सके उसे कोई
कहें सब उसे सच्चा ।
जो चिड़िया को चुगने न दे
उसका अपना दाना
उसे उड़ा दे शोर मचाकर
छीने उससे खाना
वह बच्चा है कायर जैसा
और पूरा डरपोक
अच्छा नहीं हो सकता है वो
उसे अच्छा कहने पर रोक।
बच्चा चाहे छोटा हो
पर बाज़ों से लड़ता हो
बहादुर कहलाएगा वो बच्चा
कहेंगे उसको सब अच्छा-अच्च्छा !
और जो बच्चा ख़ुश होगा
कीचड़ में धँसकर
फूहड़-जाहिल कहलाएगा
वो गन्दगी में फँसकर ।
जो जूते अपने साफ़ कर ख़ुद
चप्पल अपनी धोए
वो बच्चा कहलाता अच्छा
न ज़िद्द करे, न रोए ।
बच्चा वो ही अच्छा है
जो सूअर न बन जाए
न गन्दी जगह बैठे ख़ुद
और न गन्दगी फैलाए ।
बच्चे ने जब सुनी ये बातें
कि अच्छा क्या है और बुरा क्या
ख़ुश होकर वो बोला बच्चा
पापा, मैं बनूँगा अच्छा !
रूसी भाषा से अनुवाद : अनिल जनविजय
लीजिए, अब यही कविता मूल रूसी भाषा में पढ़िए
Владимир Маяковский
Что такое хорошо и что такое плохо?
Крошка сын
к отцу пришел,
и спросила кроха:
- Что такое
хорошо
и что такое
плохо?-
У меня
секретов нет,-
слушайте, детишки,-
папы этого
ответ
помещаю
в книжке.
- Если ветер
крыши рвет,
если
град загрохал,-
каждый знает -
это вот
для прогулок
плохо.
Дождь покапал
и прошел.
Солнце
в целом свете.
Это -
очень хорошо
и большим
и детям.
Если
сын
чернее ночи,
грязь лежит
на рожице,-
ясно,
это
плохо очень
для ребячьей кожицы.
Если
мальчик
любит мыло
и зубной порошок,
этот мальчик
очень милый,
поступает хорошо.
Если бьет
дрянной драчун
слабого мальчишку,
я такого
не хочу
даже
вставить в книжку.
Этот вот кричит:
- Не трожь
тех,
кто меньше ростом!-
Этот мальчик
так хорош,
загляденье просто!
Если ты
порвал подряд
книжицу
и мячик,
октябрята говорят:
плоховатый мальчик.
Если мальчик
любит труд,
тычет
в книжку
пальчик,
про такого
пишут тут:
он
хороший мальчик.
От вороны
карапуз
убежал, заохав.
Мальчик этот
просто трус.
Это
очень плохо.
Этот,
хоть и сам с вершок,
спорит
с грозной птицей.
Храбрый мальчик,
хорошо,
в жизни
пригодится.
Этот
в грязь полез
и рад.
что грязна рубаха.
Про такого
говорят:
он плохой,
неряха.
Этот
чистит валенки,
моет
сам
галоши.
Он
хотя и маленький,
но вполне хороший.
Помни
это
каждый сын.
Знай
любой ребенок:
вырастет
из сына
cвин,
если сын -
свиненок,
Мальчик
радостный пошел,
и решила кроха:
"Буду
делать хорошо,
и не буду -
плохо".