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अलमारी / आर्थर रैम्बो / मदन पाल सिंह

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काले आबनूस से बनी एक बड़ी नक़्क़ाशीदार अलमारी
बहुत पुरानी, पुराने-वृद्ध लोगों की अच्छाइयों से युक्त
अलमारी खुली है और अपनी छाया में बिखेरती है —
मोहिनी सुगन्धें औ’ यादों का सैलाब, जैसे पुरानी अँगूरी शराब की गहरी महकती धार ।

ठसी हुई अस्त-व्यस्त पुराने ज़माने की चीज़ों से —
ख़ुशबूदार, पुराने, पीले पड़ चुके कपड़े, चादर तौलिए
औरतों और बच्चों के लत्तर-कुत्तर और चमक खो चुके गोटा-जाली
झबरैले कली-कशीदाकारी वाले दादी-माँ के तिकोने रुमाल-गुलुबन्द
यहाँ हमें मिलते हैं तमग़े और पदक,
सफ़ेद या सुनहरे बालों की चोटियाँ या छविचित्र,
सूखे मुरझाए पुराने पुष्प, जिनकी ख़ुशबू मिलती है फलों की सुवास से ।

ओ, पुराने समय की अलमारी ! तुम अच्छी तरह जानती हो इतिहास
और तुम पसन्द करती हो बयाँ करना अपने बीते समय की दास्ताँ — चरमराते हुए
जब खुलते हैं तुम्हारे काले बड़े दरवाज़े धीरे-धीरे ।

मूल फ़्रांसीसी भाषा से अनुवाद : मदन पाल सिंह