Last modified on 17 जुलाई 2022, at 12:56

वावोड़ / चंद्रप्रकाश देवल

आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:56, 17 जुलाई 2022 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=चंद्रप्रकाश देवल |अनुवादक= |संग...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

आज म्हारै होठां
थनै चितारी अे मुळक!
थूं है के
कोसां अळगी
कांई ठाह किण दिस ढळगी
चालौ-कीं कोनीं

थूं कीकर है?
मन में हींगापाई आ लागी
खांगी व्हैगी व्है तो कीं कोनीं
मगसी पड़गी तो ई कीं कोनीं
पण थूं है तो अजतांई मुळक इज नहीं
रैय-रैय जीव जावै इण कांनी

अबै अै वावोड़ जाणण नै
कळपतौ मन
कांई करै उडीकण टाळ
थूं ई बता!