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मौन तो तोड़ना होगा / गीता शर्मा बित्थारिया

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यह लड़की बोलती बहुत है
अगर रह जाएगी मौन
तो हर ली जाएगी किसी कपटी द्वारा
फिर देती रहेगी अग्नि परीक्षा

यह लड़की विरोध बहुत करती है
अगर रह जाएगी मौन
तो जुए में हार दी जाएगी
फिर अपमानित की जायेगी राज सभा में

यह लड़की चीखती बहुत है
अगर रह जाएगी मौन
तो अहिल्या सी शापित राम के आने तक
बन कर रह जाएगी प्रतीक्षारत शिला

यह लड़की हंसती बहुत है
अगर रह जाएगी मौन
तो त्याग दी जाएगी यशोदा सी
दुख खोजते सिद्धार्थ के द्वारा
 
यह लड़की रोती बहुत है
अगर रह जाएगी मौन
तो भुला दी जाएगी शकुंतला सी
महल पहुंचे राजा दुष्यंत के द्वारा
 
यह लड़की झगड़ती बहुत है
अगर रह जाएगी मौन
तो रोक नहीं पाएगी रावण को
किसी सीता के हरण से

वो लड़की जो रह गई मौन
वो चिनवा दी गई दीवार में
जला दी गई तंदूर में
फेंक दी गई किसी कुएँ तालाब में

दरअसल हर लड़की
बोल कर विरोध जताती है
चीख चिल्ला कर रोकर हंसते हुए
सीख लेती है इतिहास से
बचाना चाहती है
अपने अधिकार
अपना अस्तित्व
अपना सम्मान
अपना जीवन
अपनी देह
और अंततः
एक सभ्य समाज