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दृष्टि / सुषमा गुप्ता

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यूँ तो उभरने चाहिए
उत्तेजक बिंब मेरे ज़हन में
हमारी देह को निर्वस्त्र देखकर

पर अचरच भरा
सुख तो ये हुआ

कि उस समय मैंने देखा
पुरुष की देह से
स्त्री को जन्म लेते हुए

और देखा
स्त्री की देह में
पुरुष का विलीन हो जाना।

कितने अभागे रहे होंगे वो!
जिन्होंने
देह में सिर्फ देह का होना देखा!