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घर / ज़करिया मोहम्मद / अनिल जनविजय

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बहुत से पंछी उड़ते हुए
तेज़ी से
मेरे सिर के ऊपर से गुज़र जाते हैं

उनकी चोंच में दबे होते हैं तिनके
ताकि वे बना सकें अपना घोंसला

मेरा घर अभी तक नहीं बना है
मैं अभी भी रह रहा हूँ
धूप और बारिश के देश में

पंछी उड़ते चले जा रहे हैं अपने तिनकों के साथ
जबकि मैं आज भी किसी नन्हे बच्चे की तरह
नहीं बोल पाता —
’मे - रा - घ - र’

अँग्रेज़ी से अनुवाद : अनिल जनविजय

लीजिए, अब यही कविता अँग्रेज़ी अनुवाद में पढ़िए
           Zakaria Mohammed
                     Home

Many birds fly swiftly over my head
Their sticks in their beaks to build their homes

My home hasn’t been built yet
I am still living in the land of sun and rain

The birds keep passing with their sticks
While I, like a little child my lips are failing to pronounce "m -y h- o- m- e"