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बिटिया बड़ी हुई / यश मालवीय

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बिटिया बड़ी हुई
बात-बात में हँसी-ख़ुशी की
ज्यों फुलझड़ी हुई

जीन्स पहनकर,टॉप पहनकर
सब कुछ अपने आप पहनकर

बिटिया बड़ी हुई
दिखे फूल सी, मन के रूमालों पर
कढ़ी हुई

हिन्दी या अंग्रेज़ी बोले
सब कुछ तेज़ी-तेज़ी बोले

बिटिया बड़ी हुई
रिश्ते-नाते जोड़े रखने वाली
कड़ी हुई

खट्टा-मीठा स्वांग रचाए
काजू वाली बर्फ़ी खाए

बिटिया बड़ी हुई
कम्प्यूटर पर कार्टून की
ज़िद पर अड़ी हुई ।