भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
मुसाफ़िर / अब्बास कियारोस्तमी
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 19:21, 3 अक्टूबर 2023 का अवतरण
एक
थका मुसाफ़िर
रास्ते में
अकेला
अपनी मंज़िल से
एक फ़रसंग<ref>क़रीब दो कोस या साढ़े छह किलोमीटर</ref> दूर
मूल फ़ारसी से हिन्दी में अनुवाद : असद ज़ैदी
शब्दार्थ
<references/>