भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

जतन क्या कहें / पीयूष शर्मा

Kavita Kosh से
सशुल्क योगदानकर्ता ५ (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:51, 5 नवम्बर 2023 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=पीयूष शर्मा |अनुवादक= |संग्रह= }} Categ...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

जो प्रणय में किए वह जतन क्या कहें
भाग्य में ही लिऽी है तपन क्या कहें
तुम स्वयं प्रेम का इक महाकाव्य हो
हम तुम्हारे लिए अब कथन क्या कहें