भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
व्लदीमिर सलावियोफ़
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 21:38, 18 दिसम्बर 2023 का अवतरण
व्लदीमिर सलावियोफ़
जन्म | 28 जनवरी 1853 |
---|---|
निधन | 13 अगस्त 1900 |
जन्म स्थान | मसक्वा, रूस |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
-- | |
विविध | |
रूसी धार्मिक विचारक, दार्शनिक, रहस्यवादी, कवि, लेखक व आलोचक थे, जिन्हें बीसवीं सदी में रूस के ’आध्यात्मिक पुनरुत्थान’ का प्रेरक माना जाता है। अन्द्रेय ब्येली और अलिक्सान्दर ब्लोक जैसे महाकवि इनके ’सार्वभौमवाद’ के दर्शन से प्रभावित थे। इनका मानना था कि ईसाई दर्शन को अलग-अलग सम्प्रदायों में बाँटकर नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने मानवजाति के अध्ययन के लिए एक नया नज़रिया प्रस्तुत किया, जो 19वीं सदी के अन्त और 20वीं सदी की शुरुआत में रूसी दर्शन और मनोविज्ञान में प्रमुख स्थान रखता था। | |
जीवन परिचय | |
व्लदीमिर सलावियोफ़ / परिचय |