Last modified on 27 फ़रवरी 2024, at 22:57

कलियाँ हँस दें गजरा हँस दे / नफ़ीस परवेज़

सशुल्क योगदानकर्ता ५ (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 22:57, 27 फ़रवरी 2024 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=नफ़ीस परवेज़ |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KK...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

कलियाँ हँस दें गजरा हँस दे
वो मुस्कायें बगिया हँस दे

उनके आने की आहट से
दिल का ज़र्रा-ज़र्रा हँस दे

देख हमारी बेताबी को
पत्ता हँस दे बूटा हँस दे

चांद सितारे ला देंगें हम
सुनकर रूठा चेहरा हँस दे

क्या कहना दीवाने पन का
देखे तो परवाना हँस दे

कुछ पल ख़ुशियाँ जी लेते हैं
नीदों में जब सपना हँस दे