Last modified on 18 मार्च 2024, at 23:19

एक ख्वाहिश / सुनील कुमार शर्मा

सशुल्क योगदानकर्ता ५ (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 23:19, 18 मार्च 2024 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सुनील कुमार शर्मा |अनुवादक= |संग्...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

चाहतें बदल देती हैं
चेहरा और अनुभूतियाँ
शब्द बदल देते हैं परिणाम
उजड़ी इमारतें करती हैं
अनुवाद घटनाओं का
घास ढंक देती है
सब गुनाहों को
अब मैं घास होना चाहता हूँ।