Last modified on 3 जून 2024, at 23:12

अश्लील बातें / ज्योति शर्मा

सशुल्क योगदानकर्ता ५ (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 23:12, 3 जून 2024 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=ज्योति शर्मा |अनुवादक= |संग्रह=नै...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

अश्लील बातें करनेवाला वह आदमी
जब तब आ जाता है इनबॉक्स में
शुरुआत तारीफ़ों से करता है
और चाहता है बातें होती जाएँ कामुक
कितना अकेला है वह
स्तनों की तारीफ़ करना चाहता है करता आँखों की है
उसके शब्दों से टपकती है रति की चाह
कितनी सुनसान है उसकी रातें
बे।रौनक
सुनो
तुम भूखे आओगे चौखट पर
तुम्हें खिला दूँगी रोटी साग
दूंगी कटोरी घी वाली
तुम्हारी वासना का क्या करूँ
तुमपर केवल करुणा जगती है