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यह जो थरथराहट-सी है / कात्यायनी
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यह जो थरथराहट-सी है
आकाश में
दिल पर असर कुछ ऎसा है
ज्यों
परात के हिलते पानी में
चांद का प्रतिबिम्ब
रचनाकाल : सितम्बर 1997