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बस चाँद रोएगा / मदन कश्यप

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बस चाँद रोएगा
Bas chaand roega - madan kashyap.jpg
रचनाकार मदन कश्यप
प्रकाशक राजकमल प्रकाशन
वर्ष 2025
भाषा हिन्दी
विषय मदन कश्यप जितने प्रेम के कवि हैं, उतने ही प्रकृति, जीवन राग व संघर्ष के कवि भी। समाज व परिवार, सम्वेदना व करुणा उनमें भरपूर है।
विधा मुक्तछन्द
पृष्ठ 108
ISBN
विविध
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