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आधे रास्ते में / कंसतनतीन केदरफ़ / अनिल जनविजय

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सब कुछ बीच में ही छूट जाता है
आधे रास्ते के आधे रास्ते में भी रुकावट आ सकती है
 रास्ता पूरा करना किसी के लिए भी सम्भव नहीं

और केवल एक बार
आपका आवेग या उत्साह जो भी हो
आपको ऐसा महसूस होगा जैसे आप अपने सिर के पिछले हिस्से में दबे हुए हैं।

आप स्वयं अपना मार्ग हैं
और स्वयं से स्वयं की कोई सुरक्षा नहीं है
रास्ता मुड़ गया है -
आपकी कक्षा बंद है

मूल रूसी से अनुवाद : अनिल जनविजय
लीजिए, अब यही रचना मूल रूसी भाषा में पढ़िए
           Константин Кедров
                  На полпути

Всё прерывается на полпути
И полпути может прерваться на полпути
На полпути мы вечно на полпути
А полный путь никому не дано пройти

И лишь однажды
Как бы ни был порыв твой пылок
Ты ощутишь что уткнулся к себе в затылок

Ты сам свой путь
а себе от себя нет защиты
Свернулся путь –
замкнулась твоя орбита