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पेट का सवाल है / शैल चतुर्वेदी

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बीस साल पहले
हमने कोशिश की
हमें भी मिले
कोई नौकरी अछ्छी सी
इसी आशा में दे दी
दरख़्वास्त
एम्पलायमेंट एक्सचेंज में
बीस साल की एज में
गुज़र गए आठ साल
कोई जवाब नहीं आया
और एक दिन प्रात:काल
एम्पलायमेंट एक्सचेंज वालों का
पत्र आया
इंटरव्यू के लिए
गया था बुलाया

हम बनठन कर
राजकुमारों की तरह तनकर
पहुंचे रोज़गार दफ़्तर
बतलाया गया-
"जगह एक खाली है
सर्कस में बन्दर की।"

भागते भूत की लंगोटी भली
सोचकर 'हाँ' कर दी
हमारी