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मित्र हमारे / सूर्यकुमार पांडेय

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जिनके साथ ख़ुशी से रहते,
जिनसे मन की बातें कहते,
       वे हैं सच्चे मित्र हमारे ।

जिनसे अपने मन मिलते हैं,
भीतर नए फूल खिलते हैं ।
      वे हैं अच्छे मित्र हमारे ।

जिनके साथ करें हम चैटिंग,
जिनके साथ करें हम बैटिंग ।
          वे हैं सारे मित्र हमारे ।

जिनसे हों पढ़ने की बातें,
काम मुश्किलों में जो आते,
        वे हैं प्यारे मित्र हमारे ।