पीसें चक्की
मोटी कक्की
कक्की हैं मोटी ।
पण्डित नाटा
लेकर आटा
सेंक रहे रोटी ।
ख़ुद भी खाते
उन्हें खिलाते
दोनों ख़ुश होते ।
पण्डित नाटा
भर खर्राटा
दस घण्टे सोते ।
पीसें चक्की
मोटी कक्की
कक्की हैं मोटी ।
पण्डित नाटा
लेकर आटा
सेंक रहे रोटी ।
ख़ुद भी खाते
उन्हें खिलाते
दोनों ख़ुश होते ।
पण्डित नाटा
भर खर्राटा
दस घण्टे सोते ।