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प्रतिरोध की प्रतिध्वनियाँ / माया एंथनी / प्रिय दर्शन

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गलियों में सड़कों पर, आवाज़ें भरती उड़ान
प्रतिरोध की प्रतिध्वनियाँ छूतीं हैं आसमान
हर एक कोने से, बुज़ुर्ग हों या जवान
बहादुरी से सुनाते फ़िलिस्तीन की दास्तान ।

शक्ति के आगे चट्टान, हाथ से जोड़े हाथ,
इस पवित्र प्यारी भूमि से सदियों से साथ,
वे तने खड़े रहते हैं बिल्कुल सुबह से शाम,
हर हुँकार से बढ़ते उनके हौसले तमाम ।

युद्ध के बीचों-बीच बचा रहता है प्यार,
तमाम संघर्षों और तकलीफ़ों के पार,
हर गूँज के साथ और गूँजती उम्मीद
और बनी रहती मुल्क में प्रतिरोध की ज़िद ।

मूल अँग्रेज़ी से अनुवाद : प्रिय दर्शन
————
लीजिए, अब मूल भाषा में यही कविता पढ़िए
              Maya Anthony
        Echoes of Resistance

In alleys and streets, the voices rise,
Echoes of resistance, touching the skies,
From every corner, young and old,
Palestine’s story, bravely told.

Stone against might, hand in hand,
On this sacred, cherished land,
From dawn to dusk, they remain firm,
With every chant, their spirits affirm.

In the heart of conflict, love remains,
Through the struggles, through the pains,
For in each echo, hope persists,
In the land where resistance exists.