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हे क्लांत लेखक ! / तारापद राय

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एक दिन एसेस्मेंट होगा
उतने दिन पैर पर पैर रखकर
क्षति-पूर्ति के लिए चुपचाप प्रतीक्षा करो ।
हे क्लान्त लेखक,
तब तक प्रतीक्षा करो ।
एक दिन प्यादा आएगा
दरवाज़े से हाँक लगाएगा; अमुक लेखक,
उन्नीस सौ चौंसठ ईस्वी में--
तुम्हीं ने दिया था क्या तमुक बिम्ब?
हे क्लान्त लेखक
उतने दिन चुपचाप प्रतीक्षा करो ।

मूल बंगला भाषा से अनुवाद :