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वह अपने मिलने के / उदयन वाजपेयी

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वह अपने मिलने के
ढेर सारे निशान छोड़कर
गुम हो जाती है

वह उसे हर निशान में
पा लेता है और उसे
खोज नहीं पाता
अन्त तक