गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 22 जनवरी 2009, at 02:01
अदृश्य होने से पहले / उदयन वाजपेयी
अनिल जनविजय
(
चर्चा
|
योगदान
)
द्वारा परिवर्तित 02:01, 22 जनवरी 2009 का अवतरण
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=उदयन वाजपेयी |संग्रह=कुछ वाक्य / उदयन वाजपेयी }} ...)
(अंतर) ← पुराना अवतरण |
वर्तमान अवतरण
(
अंतर
) |
नया अवतरण →
(
अंतर
)
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
उदयन वाजपेयी
»
कुछ वाक्य
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
अदृश्य होने से पहले
शाम हर ओर फैला रही है
अपना महीन जाल
हर अवसाद में
स्पन्दित होने लगा है
हरेक अवसाद