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मैं था तन्हा एक तरफ़ / विज्ञान व्रत
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मैं था तन्हा एक तरफ़
और ज़माना एक तरफ़
तू जो मेरा हो जात
मैं हो जाता एक तरफ़
अब तू मेरा हिस्सा बन
मिलना-जुलना एक तरफ़
यूँ मैं एक हक़ीकत हूँ
मेरा सपना एक तरफ़
फिर उससे सौ बार मिला
पहला लमहा एक तरफ़!