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घुला लहू में ज़हर देहली / ऋषभ देव शर्मा

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घुला लहू में ज़हर देहली
हत्याओं का शहर देहली

नशे-नहाई हुई जवानी
एक शराबी नहर देहली

दिल की कश्ती को ले डूबी
आवारा सी लहर देहली

खंजर से तन-मन घायल है
ठहर कसाई ठहर देहली

रोज पटाती है सूरज को
नंगी हर दोपहर देहली

रोज़-रोज़ हर गली क़यामत
सड़क-सड़क पर कहर देहली