Last modified on 2 मई 2009, at 02:35

बराबर से बचकर गुज़र जाने वाले / जिगर मुरादाबादी

Pratishtha (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 02:35, 2 मई 2009 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=जिगर मुरादाबादी }}<poem> Category:ग़ज़ल बराबर से बचकर गु...)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)


बराबर से बचकर गुज़र जाने वाले
ये नाले नहीं बे-असर जाने वाले

मुहब्बत में हम तो जिये हैं जियेंगे
वो होंगे कोई और मर जाने वाले

मेरे दिल की बेताबियाँ भी लिये जा
दबे पाओं मूँह फेर के जाने वाले

नहीं जानते कुछ कि जाना कहाँ है
चले जा रहे हैं मगर जाने वाले

तेरे इक इशारे पे साकित खड़े हैं
नहीं कह के सब से गुज़र जाने वाले