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बेटी की कविता-3 / नरेश चंद्रकर

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"तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो!"

थककर लेटी हुई
अपनी माँ से लिपटते हुए कहती है वह

"दिनभर तुम काम करती हो
खाना पकाती हो
कपड़े धोती हो हमारे!"