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डूबने से बचा लो हमें / विजय वाते
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टूटने से बचा लो हमें।
पास इक पल बिठा लो हमें।
गिर न जाएँ संभालो हमें,
इक नज़र से उठा लो हमें।
हाले दिल हम कहेंगे नहीं,
यूँ तो हँस कर न टालो हमें।
राज़ ख़्वाबों के खुलते नहीं,
उस गली में बुला लो हमें।
अपनी मर्ज़ी से डूबे हैं हम,
झीम से मत निकालो हमें।