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विजया सती / परिचय
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एक सादगी भरे गाँधीवादी परिवार में जन्म,शिक्षा महात्मा गाँधी के आदर्शों को अपना कर चलने वाले आवासीय विद्यालय में। दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम एवं मिरांडा हाउस से बी.ए. ऑनर्स हिन्दी एवं एम.ए. हिन्दी की परीक्षाओं में विश्वविद्यालय में प्रथम स्थान।विश्वविद्यालय द्वारा सरस्वती पुरस्कार, मैथिली शरण गुप्त पुरस्कार एवं सावित्री सिन्हा स्मृति स्वर्ण पदक से पुरस्कृत। उत्तर-प्रदेश हिन्दी संस्थान द्वारा पुरस्कृत। विश्वविद्यालय अनुदान योग द्वारा टीचर फेलोशिप एवं कैरियर अवार्ड के लिए चयनित। १९७५ में विश्विद्यालय के मिरांडा हाउस में अध्यापन। १९७६ से हिन्दू महाविद्यालय में अध्यापन, रीडर-हिन्दी विभाग। वर्तमान में दिल्ली विश्वविद्यालय में सद्य-स्थापित 'इंस्टिट्युट ऑफ़ लाइफ लांग लर्निग' में ई-कन्टेन्ट निर्माण में संलग्न।
संपर्क: डी-३, हिन्दू कॉलेज स्टाफ फ्लैट्स, दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली -७
कृतियाँ
शुरू यात्रा में (सहयोगी काव्य-संग्रह), आत्मजयी : चेतना और शिल्प (समीक्षा), भवानी प्रसाद मिश्र की कविता(शोध-प्रबंध), समकालीन हिन्दी कविता (१९६०-१९८८) में प्रकृति : तकनीकी विकास के कारण आए बदलाव के संदर्भ में(पांडुलिपि)