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त्रिवेणी न. 3-4 / गुलज़ार
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3.
सब पे आती है सब की बारी से
मौत मुंसिफ़ है कम-ओ-बेश नहीं
ज़िंदगी सब पे क्यों नहीं आती ?
4.
कौन खायेगा ? किसका हिस्सा है
दाने-दाने पे नाम लिख्खा है
सेठ सूद चंद, मूल चंद जेठा