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त्रिवेणी न. 5-6 / गुलज़ार

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5.

भीगा-भीगा सा क्यों है अख़बार
अपने हॉकर को कल से चेंज करो

"पांच सौ गाँव बह गए इस साल"

6.

चौदहवें चाँद को फिर आग लगी है देखो
फिर बहुत देर तलक आज उजाला होगा

राख हो जाएगा जब फिर से अमावस होगी