Last modified on 28 सितम्बर 2009, at 09:08

सदस्य:Hdharkar

Shrddha (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 09:08, 28 सितम्बर 2009 का अवतरण (नया पृष्ठ: नमस्कार दोस्त आपका शुक्रिया की आपने राम दरश मिस्र जी की इतनी प्...)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

नमस्कार दोस्त

   आपका शुक्रिया की आपने राम दरश मिस्र जी की इतनी प्यारी ग़ज़ल जोड़ी

कृपया इसके इस शेर को दुबारा जाँचे

मिला क्या न मुझको ए दुनिया त्तुम्हारी, मोह्ब्ब्त मिली, मगर धीरे-धीरे.


धन्यवाद --Shrddha ०३:३८, २८ सितम्बर २००९ (UTC)